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रिश्ते हमेशा सचाई और विश्वास पर बनते है और अगर किसी रिश्ते कि बुनियाद झूठ और गलत इरादो से हो वो ज़ादा फूलते-फलते नहीं है और ना ही उसमे प्यार रहता है और ना ही वो जादा दिनो तक रहते है। 
आप अगर झूठ से रिश्ते बनाने मे कामियाब भी हो गये तो एक ना एक दिन सच सबके सामने आ जाता है और उसमे दरार बनतीं जाती है और वक़्त के साथ वो रिश्तोँ की दिवार गिर ही जाती है। 
इसलिए जब भी कोई रिश्ते कि बात करे सचाई की बुनियाद पर करे। हमेशा अपनी या अपने बच्चो कि जानकरी सामने वालो को सही दे ताकी आगे कभी रिश्तो मे कडवाहट ना आ पायें।
सभी से यह भी अनुरोध है कि स्वर्णकार रिश्ते ग्रुप और www.swarnkarrishtey.in वेबसाइट में अपनी सही और पुरी जानकारी दिजीए ताकि जो भी आप पर विश्वास कर रिश्ते की बात बढ़ाएं उनको आपकी झूठ से क़भी तकलीफ ओर बूरा अनुभव ना आयें।
आपके कारण कभी किसी इंसान और उसके परिवार की जिंदगी बर्बाद ना होने पाये नहीं तो आपको आपके कर्मो की सजा एक़ ना एक दिन भुगतनी ही पड़ेगी और जब भी समाज के युवा किसी से शादी करें आपने परीवार से अनुमति,विचार-विमर्श और सबकी सहमति से किसी से शादी करे क्योकि रिश्ते हम बनातें वो परीवार मे सुख़-आनंद और प्यार के लिए और अगर अपने घर के बड़ो की बिना अनुमति और विचार-विमर्श से शादी कर भी लेते है तो परिवार मे वो मिठास ओर प्यार कि कमी होंगी। 
वैसे ही घर के बड़े बुजुर्ग और माँ-पिता को भी चाहिए की अगर उनके बच्चें कभी अपनी मर्जी से किसी के साथ शादी या लव मैरिज कर भी ले तो उनसे रिश्ता तोड़ना नही चाहिए और उनको अपना समज़कर उनकी सब कुछ पुराणी गलतिया को माफ करके अपने घर और दिलो में उनको जगह देनी चहिये। 
युवाओं को भी हमेशा अपने रिश्ते अपने स्वर्णकार समाज में ही बनाने कि कोशीश करनी चाहिए ताकि अपने परिवार के रिश्तो मे खटास ना आ पायें। हमेशा याद रखे रिश्ते हमेशा विश्वास,सच,प्यार ओर सबकी सहमति से बनाना चहिये तभी वो प्यार और विश्वास के दाने-पानी से फूलेंगे और फलेंगे। 
आखिर और सबसे बड़ी बात रिश्ते करते समय कभी भी जल्दी ना करे नहि तो आपको जिंदगी भर पछताना पड़ेगा और रिश्ते करते समय किसी पर आँख मूँदकर भरोसा ना करे। रिश्ता तय करते समय ना किसी रिश्तेदार या ब्याइसा क़ि बातो मे आना नहीं चाहिए। रिश्ता देखने जब आप किसी के जाते है तो सामने वालो कि मीठी और चिकनी-चुपड़ी बातो मे ना आये और खुद पुरी जॉंच-पड़ताल कर ही जब आपको 100 % अच्छा लगे तभी रिश्ते के लिये हाँ कहे और सगाई और शादी मे कम से कम 3 महीनो का अंतर रखे ताकि दहेज लोभी और गलत परिवार की कुछ असलीयत आपको पता लग सके। सगाई के बाद उस परिवार के असली रंग 3 महीनो में आपको जरूर दिखाई देंगे और सगाई से पहले हि आपको जो पूछना है और जो बाते पर शंका हो वो बिना संकोच पूछ लेनी चाहिए।