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8 अप्रैल 2014 को राम नवमी के पावन पर्व पर स्वर्णकार समाज कि पहली वैवाहिक वेबसाइट www.swarnkarrishtey.in का बहोत शानदार और अलग अंदाज़ में "शुभांरभ" अमरावती के हॉटेल हिन्दुस्थान इंटरनेशनल में अमरावती समाज के समाज बंधूओ ,युवाओ के साथ संपन्न हुआ। सर्वप्रथम मंच पर अतिथिओ का सत्कार किया गया। उसके बाद स्वर्णकार रिश्ते वैवाहिक वेबसाइट www.swarnkarrishtey.in के संस्थापक नंदकिशोर हीरालालजी मोसूण ने वेबसाइट की जानकारी और अपने एडमिन टीम के बारेमे सभी पधारे अतिथि और समाज बंधुओ को दी। वेबसाइट का महत्व और उसकी जरुरत के बारेमे सभी उपस्थित समाज बंधूओ को समजाया। उसके बाद अमरावती के सुप्रसिद्ध और ख्यातनाम अधिवक्ता और मराठी सिनेमा के डायरेक्टर,लेखक,गीतकार,हीरो और अमरावती की शान श्री प्रशांतजी भेलान्डे के हाथो से www.swarnkarrishtey.in वेबसाइट का लैपटॉप और टेबलेट पर क्लिक कर वेबसाइट का जोरदार तालिओं के साथ शुभांरभ किया गया। वेबसाइट शुभांरभ पर सभी अतिथिओं के हस्ते केक काटकर विधिवत सुरुवात कि गई। उसके बाद अतिथि श्री महेशजी स्वर्णकार,श्री विजयकुमारजी जालु,श्री भागीरथजी कड़ेल,श्री प्रशांतजी भेलान्डे,श्री नरेशजी कड़ेल ने अपने विचार रखे और वेबसाइट के शुभांरभ पर नंदकिशोर मौसूण और पूरी एडमिन टीम को बधाईयाँ और शुभकामनाये प्रदान की और साथ साथ आज के समय में www.swarnkarrishtey.in वेबसाइट कि समाज को जरुरत है और महत्व के बारेमे अपने अपने विचार वक्त किये। मंच का संचालन समाज के होनहार युवा श्री घनश्यामजी मौसूण ने बहोत ही अच्छे सुंदर अनोखे अंदाज़ से किया और आभार प्रदर्शन श्री सतीशजी कड़ेल द्वारा किया गया। वेबसाइट शुभांरभ पर आखिर में सभी समाज बंधुओ ने अल्पाहार,केक का साथ में मिलकर आंनद लिया। वेबसाइट शुभांरभ के इस सोच और कार्यक्रम कि सभी उपस्थित अतिथिओं और समाज बंधुओ ने तारीफ कि और एक नए अंदाज और रूप में समाज के वेबसाइट के शुभारभ करने के लिए वेबसाइट के एडमिन नंदकिशोर मौसूण और अमरावती युवा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओ कि प्रशंशा कि गई। स्वर्णकार रिश्ते वेबसाइट शुभारभ को सफल बनाने के लिए श्री पुरुषोत्तमजी डांवर,श्री घनश्यामजी मौसूण का विशेष सहयोग रहा। साथ साथ श्री अजयजी कड़ेल,श्री सतीशजी कड़ेल,श्री मनोजजी मौसूण,श्री प्रमोदजी मौसूण,श्री नरेशजी डांवर,श्री विजयजी कड़ेल,श्री राजेंद्रजी कड़ेल,श्री महेशजी नारनोली,श्री गोपालजी जवड़ा,श्री महेशजी कुलथिया,श्री कैलाशजी कड़ेल,श्री राजकुमारजी कुलथिया,श्रीबजरंगजी कुलथिया,श्री नरेशजी कड़ेल,श्रीप्रेमचंदजी अग्रोया,श्री विजयकुमारजी जालु इनका मार्गदर्शन और सहयोग उपस्थिति से वेबसाइट का शुभारभ यादगार बन गया।